चाहे क्यों न खुदा भी करे उनके जिद्द से नफरत
नफरत करने वाले भी सब्र करना सिखा देते है
खुदा का खेल भी कुछ अलग नहीं
सब्र के नाम पे कुछ लोगो की ज़िन्दगी बीत जाती है
कहीं बार उन लोगो के ज़िन्दगी में कुछ अच्छा नहीं बनता
ऐसे ही कुछ लोग नास्तिक बन जाते है
और कुछ लोग अपने आप को बदक़िस्मती समाजके रह जाते है
पर कुछ लोग ऐसे भी होते है, जो ज़िद्दी है..
.. ये लोग किसी को दोषी नहीं मानते - न खुद को और न खुदा को..
..क्योंकि वो कभी आसानी से हार नहीं मानते
चाहे खुदा भी क्यों न करे उनके जिद्द से नफरत
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